टेरी और कैडमस ने घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं हेतु रूफटाॅप सोलर इन्स्टाॅलेषन को आसान बनाने के लिए आई-स्मार्ट परियोजना लाॅन्च की

May 21, 2019
ismart

इस पहल का लक्ष्य चार राज्यों और दो केंद्रषासित प्रदेषों में रूफटाॅप सोलर क्षमता के 1,000 मेगावाॅट की कुल मांग को पूरा करना हैं|

सूरत, 21 मई, 2019: द एनर्जी एंड रिसोर्सेस इंस्टीट्यूट (टेरी) और अमेरिका के कैडमस समूह ने गुजरात के सूरत में आज इंडियन सोलर मार्केट एग्रीगेषन फाॅर रूफटाॅप्स (आई-स्मार्ट) प्रोग्राम का षुभारंभ किया। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय तथा डाॅयचे गेसलषाफ्ट फाॅर इंटरनेषनल जुसमेनरबीट (GIZ) जीएमबीएच द्वारा समर्थित यह मांग एकीकरण प्रोग्राम भारत-जर्मनी सौर ऊर्जा साझेदारी का हिस्सा है और इसका उद्देष्य भारत में रूफटाॅप सोलर बाज़ार में तेजी लाना है। भारत नेे 2022 तक अपने 40 गीगावाॅट रूफटाॅप सौर ऊर्जा के लक्ष्य में से अब तक केवल 3.85 गीगावाॅट ही हासिल किया है।

जीआईजेड के एडवाइज़र अभिनव जैन ने कहा, "ज़ीआईजेड जर्मन फेडरल मिनिस्ट्री फाॅर इकनाॅमिक कोऑपरेशन एंड डेवलपमेंट (बीएमजेड) की ओर से भारत-जर्मनी ऊर्जा कार्यक्रम (आईजीईएन) को लागू कर रही है। जीआईजेड अब चुनिंदा राज्यों में स्थापित क्षमता और परियोजनाओं की संख्या को दोगुना करने के उद्देष्य से रूफटाॅप सोलर सिस्टम के लिए मांग एकीकरण को सपोर्ट कर रही है।"

रूफटाॅप सोलर को बढ़ावा देने से नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे, जिससे आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय विकास में योगदान होगा। आई-स्मार्ट को गुजरात, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेष और जम्मू कष्मीर के साथ ही साथ केंद्रषासित प्रदेषों दमन और दीव तथा दादरा और नागर हवेेली मेें भी लागू किया जाएगा।

कैडमस प्रिंसिपल एवं प्रोग्राम टीम लीडर पाॅल फेथ ने कहा, "यह परियोजना भारत, जर्मनी और अमेरिका के सफल कार्यक्रम रणनीतियों और सीख को साझा करने तथा उसे संयोेजित करने का एकक उत्कृश्ट अवसर प्रदान करती है। सोलर मार्केेट के विकास और मांग एकीकरण में अपनी टीम के साझा अनुभव का लाभ उठाकर, हम भारत के राज्यों, केंद्रषासित प्रदेषों और षहरों में सोलर मार्केट को सुदृढ़ बनाने और सोलर इन्स्टाॅलेषंस में तेज़़ी लाने के लिए उत्सुक हैं।"

टेरी में रीन्यूएबल एनर्जी टैक्नोलाॅजीस डिविजन के वरिश्ठ निदेषक डाॅ. अष्विनी कुमार ने विचार साझा करते हुए कहा कि अमेरिका में कैडमस के सफल सोलराइज अभियानोें के साथ ही रूफटाॅप सोलर सिस्टम्स के वैल्यू चेन में काम करने का टेरी का अनुभव लक्षित राज्यों में रूफटाॅप सोलर मार्केट को बढ़ाने में मदद करेगा। इस कार्यक्रम का उद्देष्य चार राज्यों में रूफटाॅप सोलर क्षमता के 1,000 मेगावाॅट की कुल मांग को पूरा करना हैं। भारत के अन्य षहरों के अलावा सूरत नगर निगम (एसएमसी) के सहयोग से सूरत में आई-स्मार्ट लागू किया जाएगा। एसएमसी के प्रयासों से षहर में घरेलू उपभोेक्ताओं के बीच 35 मेगावाॅट से अधिक रूफटाॅप सोलर सिस्टम्स की स्थापना की गई है। नए कार्यक्रम के तहत् संचालित गतिविधियां घरेलू और आवासीय क्षेत्रों में नए उपभोक्ताओं को लक्षित करेंगी।

आई-स्मार्ट टीम सोलर मार्केट के विकास के लिए बाधाओं को दूर करने और आवासीय, सरकारी तथा वाणिज्यिक एवं औद्योगिक (सीएंडआई) क्षेत्रों के बीच सोलर को अपनाने में सुगमता बढ़ाने के लक्ष्य की दिषा में काम करेगी। टीम डिजिटल/सोषल अभियानों के माध्यम से ज़मीनी स्तर पर इस लक्ष्य को हासिल करेगी।

आई-स्मार्ट का एक सिंगल-विंडो वेब पोर्टल http://ismartsolar.in/ रूफटाॅप सोलर इन्स्टाॅलेषन के लिए ऑनलाइन अनुरोध जमा कराने से पहले इच्छुक उपभोक्ताओें को प्रासंगिक जानकारी को समझने में मदद करेगा। यह प्लेेटफाॅर्म सोलर डेवलपर्स और उपभोक्ताओं को जोड़ने में मदद करेगा, इन्स्टाॅलेषन की प्रक्रिया को आसान बनाएगा और आम लोगों के बीच लक्षित आउटरीच के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने का काम करेगा।

विभिन्न स्थानों पर चैतरफा आउटरीच प्रयास के लिए टीम प्रमुख षहरोें में जागरूकता गतिविधियों के संचालन के साथ इसकी षुरूआत करेगी। इन सिटी-लेवल अभियानोें में परियोजना टीम वाॅलंटियर्स के तौर पर काॅलेज के उत्साही छात्रों के साथ काम करेगी। इन वाॅलंटियर्स को "सोलर फ्रैंड्स" नाम दिया गया है जिन्हें आई-स्मार्ट टीम द्वारा प्रषिक्षित किया गया है और यह अपने आस-पड़ोस में घर-घर जाकर लोगों से रूफटाॅप सोलर पैनल्स स्थापित कराने की अपील करेंगे।

टेरी का गुजरात के सूरत में 6,000 घरोें और नई दिल्ली के द्वारका में 100 आरडब्ल्यूए के बीच रूफटाॅप सोलर के लिए उपभोक्ता की मांग एकीकरण को लागू करने का सफल ट्रैक रिकाॅर्ड है। टेरी ने कुल 70 मेगावाॅट सेे भी अधिक रूफआॅॅप सोलर क्षमता को भी क्रियान्वित किया है।

टेरी के बारे में

द एनर्जी एंड रिसोर्सेज़ इंस्टीट्यूट (टेरी) स्वतंत्र, बहु-आयामी संगठन है जो षोध, नीति, परामर्ष एवं कार्यान्वयन के क्षेत्रों में सक्षम है। टेरी ने पिछले चार दषकों के दौरान ऊर्जा, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन तथा सस्टेनेबिलिटी जैसे विशयों पर संवाद प्रक्रियाओं को षुरू करने में अहम् भूमिका निभायी है।

संस्थान के षोध एवं षोध आधारित समाधानों ने उद्योग तथा समुदायों पर व्यापक प्रभाव डाले हैं। टेरी का मुख्यालय दिल्ली में है तथा इसके क्षेत्रीय केंद्र एवं कैम्पस गुरुग्राम, बेंगलुरु, गोवाहाटी, मुंबई, पणजी और नैनीताल में स्थित हैं जिनमें वैज्ञानिकों, समाजषास्त्रियों, अर्थषास्त्रियों एवं इंजीनियरों की टीमें तथा अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है।

कैडमस के बारे में

कैडमस कर्मचारियों के स्वामित्व वाली परामर्षक इकाई है, जो अत्यधिक सहयोगी वातावरण में विविध कौषल एवं अनुभवों को लागू करके जटिल चुनौतियों से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। कैडमस सरकारी और निजी क्षेत्र के उपभोक्ताओें को सौर पीपीए परियोजनाओें की जटिलताओं को सफलतापूर्वक पहचानने और नवीकरणीय ऊर्जा निवेषों के बारे में सूचित कारोबारी निर्णय लेने में मदद करने के लिए जरूरी तकनीकी विषेशज्ञता और अतिरिक्त बैंडबिड्थ लाती है।

इसकी स्थापना 1983 में की गई थी और यह फिजिकल एवं लाइफ साइंसेज, इंजीनियरिंग, सोषल साइंसेज, स्ट्रैटजिक कम्युनिकेषन, आर्किटेक्चर एवं डिजाइन, लाॅ, पाॅलिसी एनालिसिस तथा लिबरल आट्र्स के 400 से अधिक पेषेवरों कर्मचारियों की असाधारण विषेशज्ञता का लाभ उठाती है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका और विदेषों में विविध क्षेत्रों में व्यापक अनुसंधान एवं विष्लेशणात्मक सेेवाएं प्रदान करती है।

अधिक जानकारी के लिए कृपया संपर्क करेंः

टेरी
अरपो मुखर्जी, एसोसिएट फैलो, मोबाइलः9650359969, ईः arpo.mukherjee@teri.res.in
आनंद उपाध्याय, फैलो, मोबाइलः 9811914995, ईः anand.upadhyay@teri.res.in

कैडमसः
रयान कुक, सीनियर एसोसिएट, ईः ryan.cook@cadmusgroup.com
विल स्लोन, एनेलिस्ट, ईः william.sloan@cadmusgroup.com

जीआईज़ेड
अभिनव जैन, ईः abhinav.jain@giz.de