TERI हिंदी

जलवायु परिवर्तन: बढ़ती गर्मी में कूलिंग ऐशोआराम नहीं बल्कि एक ज़रूरत

Article |
July 10, 2020

आने वाले वक़्त में तापमान बढ़ेगा। बढ़ती हुई गर्मी के साथ देश में कूलिंग की ज़रूरत कई गुना बढ़ जाएगी। कूलिंग की आवश्यकताओं को नियंत्रित करने के लिए हमें एनर्जी कंज़र्वेशन बिल्डिंग कोड्स और ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग को बड़े पैमाने पर अपनाने की ज़रूरत है। "कूलिंग इंडिया" को एक अभियान की तरह आगे बढ़ाना होगा।

कोविड 19 और शहरी यातायात: बढ़ेगा वायु प्रदूषण और होगी भीड़भाड़

Article |
July 7, 2020

टेरी (द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टिट्यूट) के एक सर्वे के अनुसार मौजूदा कोविड-19 संकट के चलते लोगों के शहरों में यात्रा करने के तौर-तरीकों में बड़े बदलाव आएंगे।

जलवायु परिवर्तन: भारत को खिलाने की समस्या, कृषि को कमाई का ज़रिया बनाना दिक्कत

Article |
July 3, 2020

1960 के दशक से भारतीय कृषि में भारी वृद्धि हुई है। हमने भारत की खाद्य असुरक्षा को दूर किया है लेकिन साथ ही नई चुनौतियां सामने आई हैं। भारत की खाद्य समस्या ने एक नया रूप ले लिया है। जलवायु परिवर्तन से हुए असर ने पहले से मौजूद कड़ी चुनौतियों को और बड़ा बना दिया है। जलवायु परिवर्तन (सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, भारी बारिश) के प्रभाव में जोखिम प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है।

भारत जलवायु प्रतिबद्धताओं पर खरे उतरने वाले देशों में शामिल है: प्रकाश जावडेकर

Press Release |
June 8, 2020

माननीय मंत्री ने यह संबोधन टेरी द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस, 2020 की पूर्व संध्या पर आयोजित वर्चुअल संवाद में दिया। इसमें यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, नॉर्वे ने भी भागीदारी की।

नई दिल्ली, 4 जून 2020: एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट ने 'कॉमन फ्यूचर: सेफ एंड सिक्योर एनवायरनमेंट फॉर ऑल' विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम को बतौर विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन (डब्ल्यूएसडीएस) 2021 के प्री-इवेंट के रूप में आयोजित किया गया। टेरी के प्रमुख कार्यक्रम डब्ल्यूएसडीएस का आयोजन अगले साल 10-12 फरवरी को नई दिल्ली में किया जाएगा।

कोविड -19 और यात्री परिवहन - फिर से कार और मोटरसाइकिल के स्थान पर साइकिल और पदयात्रा की ओर

Article |
May 26, 2020

जब इस महामारी का दौर धीमा होगा या थम जाएगा तब हमारे जीने के तरीके बदल जाएंगे। लॉकडाउन में यात्री परिवहन थम गया था। अब धीरे धीरे सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को शुरू किया जा रहा है। लेकिन सार्वजनिक परिवहनों में शारीरिक दूरी बनाना मुश्किल है। हमें यातायात के विभिन्न माध्यमों पर विचार करना होगा और उसमें बदलाव करने होंगे।

बनारसी साड़ी की चमक पर छाया कोरोना का अँधेरा

Article |
May 14, 2020

जिनके कारखाने पहले पावर लूम के शोर से गुलज़ार रहते थे अब वहां उदासी छायी हुई है। लॉकडाउन ने बनारसी साड़ी के कारोबार को रोक दिया है। लेकिन इस क्षेत्र में प्रवासियों को रोज़गार के मौक़े नज़र आ रहे हैं।

कोविड 19 के बायोमेडिकल अपशिष्ट से कैसे निपटे गाँव या क़स्बे?

Infographics |
May 11, 2020

"विश्व महामारी के दौर से गुज़र रहा है। इस संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टैन्सिंग पर ज़ोर दिया जा रहा है। इसके लिए सरकारों को लॉकडाउन करना पड़ा। समस्या न सिर्फ़ कोरोनावायरस के इंसान से इंसान से फैलने की है बल्कि इस वायरस की कड़ी को तोड़कर इसको जल्द से जल्द ख़त्म करने की भी है और इसमें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का बड़ा ही महत्व है। और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में कोरोना संक्रमित बायोमेडिकल वेस्ट एक चुनौती बन गया है।

क्या लॉकडाउन के बाद आपका दफ्तर सुरक्षित और स्वच्छ है? जानिए GRIHA काउंसिल के टूल से

Press Release |
May 11, 2020

150 से अधिक संगठनों / व्यक्तियों ने अब तक BFI टूल का उपयोग करने के लिए पंजीकरण किया है।

नई दिल्ली, अप्रैल 29, 2020: लॉकडाउन के बाद कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए, GRIHA काउंसिल ने भारत में कार्यस्थलों के लिए सुरक्षा और स्वच्छता मानकों का आकलन करने के लिए एक स्व-मूल्यांकन ऑनलाइन टूल बिल्डिंग फिटनेस इंडिकेटर (BFI) लॉन्च किया है। GRIHA काउंसिल ने इस टूल को विकसित किया है और लॉकडाउन के बाद संगठनों को अपने कार्यस्थलों को सुरक्षित और साफ़ रखने के लिए मुफ्त सेवा के रूप में पेश किया जा रहा है।

मंदाकिनी की अल्हड़ लहरों से लड़ने वाले अब सोलर नाव चलाते हैं

Article |
April 29, 2020

सौर शक्ति ने बदली चित्रकूट के नाविकों की ज़िंदगी। सोलर पैनल अब सिर्फ़ घरो के लिए नहीं बल्कि नाविकों के लिए भी फायदेमंद है।

पिघलता हिमालय, बहती बिजली

Videos |
April 27, 2020

क्या हम ऐसे भविष्य की तरफ़ बढ़ रहे हैं जहाँ पानी की किल्लत होगी? जन-जीवन प्रभावित होगा और हमारे घरों में अँधियारा होगा? जानिए टेरी के ग्लेशियर अनुसंधान कार्यक्रम के तहत किया गया कार्य इस वीडियो के ज़रिए।