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Mainstreaming Climate-Resilient Water and Sanitation Infrastructure For Long Lasting Impacts

17 Mar 2023 | Dr Kriti Akansha

In this article, Manisha Jain and Dr Kriti Akansha highlight that it is necessary to support long-term thinking, transformation, flexibility and innovation while taking the associated climate risks into consideration to attain climate resilience. There is a need for a robust framework that ensures climate policies are integrated into all sectors and that planning, implementation, and evaluation are strictly followed.

Microplastics in the Ganga River - How Dangerous is the Situation?

31 May 2022 | Dr Rina Mukherji

Microplastics in the Ganga River - How Dangerous is the Situation?

Microplastics are recognized as a main source of marine pollution.

Water Crisis in India: The World’s Largest Groundwater User

24 Mar 2022

In this article, Anita Khuller says that with increasing news of areas facing water shortages and drought, saving water and using it more efficiently has become the need of the hour. Globally, providing clean drinking water is becoming a bigger challenge with population growth.

गुरुग्राम के सिकुड़ते तालाबों के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण ज़रूरी

29 Sep 2021

2025 तक गुरुग्राम की पानी की आवश्यकता 874.3 मिलियन लीटर प्रतिदिन तक पहुंच सकती है और ये आवश्यकता 2007 की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक है। पानी की ज़रूरत बढ़ेगी लेकिन साथ ही खबर ये भी है कि इस शहर के जल निकाय खतरनाक स्तर पर सिकुड़ रहे हैं। इसके कारण कई हैं, जैसे - बिल्डरों के अतिक्रमण, सीवेज की डंपिंग, गाद और निर्माण कचरा और इसकी वजह से 55.2 (2007 में) किमी2 से 2025 तक जल निकाय 0.42 किमी2 तक सिकुड़ने का अनुमान है।

हवा से पानी बनाने की मशीन - बुझा सकती है गाँव की प्यास

09 Apr 2021

देश में पानी की कमी को हल करने के लिए जल संरक्षण की पारंपरिक समझ को आधुनिक तकनीकी विकास और क्षमता के साथ मिलाने की ज़रूरत है। ‘एयर टू वाटर’ तकनीक दूरदराज और साथ ही दूषित पानी की समस्या झेल रहे क्षेत्रों के लिए पानी की आपूर्ति के अवसर देती है।

पानी की बचत और संरक्षण की दिशा में चार अहम कदम

07 Apr 2021

जल संरक्षण के प्रयास या वर्षा जल संचयन के प्रयास स्थानीय स्तर पर होने चाहिए और स्थानीय प्रयासों के बिना जल संरक्षण के प्रयास व्यापक अभियान का रूप नहीं ले सकेंगें पानी के पुनर्चक्रण और पुन: उपयोग को अपनाया जाना चाहिए। ट्रीटमेंट के तरीकों में प्राकृतिक उपचार प्रणाली को शामिल किया जाना चाहिए गैर सरकारी संगठनों, स्थानीय निकायों और व्यक्तियों को स्थानीय पंचायतों के साथ गहनता से जल संरक्षण के काम में शामिल किया जाना चाहिए जल प्रबंधकों और नीति निर्माताओं को जल प्रबंधन प्रशिक्षण दिया जाना

वेटलैंड्स: एक बहुमूल्य प्राकृतिक सम्पदा

02 Feb 2021

आज वर्ल्ड वेटलैंड्स डे है। दुर्लभ, लुप्तप्राय प्रजातियों, बाढ़ नियंत्रण, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में वेटलैंड्स का बड़ा महत्व है लेकिन बढ़ते शहरीकरण, बाँध निर्माण, जलाशयों में अपशिष्ट के प्रवाह के कारण ये वेटलैंड नष्ट हो रहे हैं।

हर घर जल: चुनौतियाँ और अवसर

17 Dec 2020

पेयजल आपूर्ति में भारत का अनुभव नया नहीं है। जल जीवन मिशन कार्यक्रम से पहले, ग्रामीण घरों में पेयजल आपूर्ति प्रणाली के प्रावधान में एक बड़ी राशि खर्च की गई थी। 'जल जीवन मिशन' के लिए वित्त वर्ष 2020-21 के बजट में 11,500 करोड़ रुपये रुपए आवंटित किए हैं। इस कार्यक्रम को एक बड़ी सफलता बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को जल्द हल किया जाना चाहिए।

पटियाला और लुधियाना के कूड़े से भरे तालाबों में आई जान : फिर से हुए लबालब

18 Sep 2020

सालों पुराने तालाब कूड़े के ढेर में तब्दील हो रहे थे। लेकिन इन सिकुड़ते तालाबों को टेरी और यूबियल ने मिलकर सामुदायिक सहभागिता से पुनर्जीवित किया है। सबकी भागीदारी से ये तालाब अब पानी से लबालब भर गए हैं। घटते भूजल स्तर के लिए एक तालाब का बड़ा महत्व है। इस तरह के प्रयास जारी रहने चाहिए।